शेयर बाजार में फिर धमाल मचाएंगे मुकेश अंबानी, लेकर आ रहे हैं सबसे बड़ा IPO!
रिलायंस जियो 100 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर लेकर आ सकती है. अगर ऐसा होता है तो जियो देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी होगी. मौजूदा समय में एयरटेल की वैल्यूएशन 7,78,987.86 करोड़ रुपए है. वहीं दूसरी ओर वोडाफोन आइडिया की वैल्यूएशन 96,866.40 करोड़ रुपए है.
अब आप समझ जाइये कि इसके आईपीओ का साइज क्या हो सकता है. अभी तक घोषित रूप से हुंडई का आईपीओ सबसे बड़ा माना जा रहा है, जिसका साइज 3 बिलियन डॉलर यानी 25 हजार करोड़ रुपए है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मुकेश अंबानी इस आईपीओ लेकर किस तरह की तैयारी कर रहे हैं.
100 अरब डॉलर की हो सकती है वैल्यूएशन
हिंदू बिजनसलाइन की एक रिपोर्ट में सूत्रों के अनुसार रिलायंस ग्रुप के टॉप ऑफिशियल्स रिलायंस जियो की लिस्टिंग को लेकर हरी झंडी दिखा चुके हैं. उनका मानना है कि ग्रुप का टेलीकॉम बिजनेस काफी मैच्योर हो चुका है. अब कंपनी सैटकॉम को लेकर भी तैयारी कर रही है. साथ ही जियो 5जी पर काफी आगे बढ़ चुका है. मौजूदा समय में यह देश की सबसे बड़ी नॉन लिस्टिड टेलीकॉम कंपनी है. जिसकी वजह से आईपीओ में कंपनी की वैल्यूएशन 100 अरब डॉलर हो सकती है.
अगर आईपीओ में शेयर की कीमत की बात करें तो 1200 रुपए का अनुमान लगाया गया है. मौजूदा समय में कंपनी की वैल्यूएशन 82 से 94 अरब डॉलर आंकी गई है. चुनाव के बाद टैरिफ में 25 फीसदी का इजाफा हो सकता है. जिसके बाद कंपनी की वैल्यूएशन बढ़कर 100 अरब डॉलर होने की संभावना है. वहीं दूसरी ओर मुकेश अंबानी के रिलायंस ग्रुप की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.
हो सकता है देश का सबसे बड़ा आईपीओ
अगर रिलायंस जियो का आईपीओ आता है तो यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है. इसका कारण है वैल्यूएशन जोकि 100 करोड़ आंकी जा रही है. समझने की बात ये है कि 100 करोड़ की वैल्यूएशन पर रिलायंस जियो के आईपीओ का साइज कितना बड़ा होगा. मौजूदा समय में हुंडई ने अपने आईपीओ का साइज 25 हजार करोड़ रुपए बताया है. जबकि कंपनी की वैल्यूएशन 20 अरब डॉलर आंकी जा रही है. अब समझने की बात है कि रिलायंस जियो की वैल्यूएशन इससे 5 गुना ज्यादा बड़ी होगी. तो जियो के आईपीओ का साइज भी बड़ा होने की संभावना है. अनुमान है कि रिलायंस जियो का आईपीओ हुंडई के आईपीओ से 2 से 3 गुना बड़ा हो सकता है.
बड़ी कंपनियों की है हिस्सेदारी
साल 2016 में रिलायंस जियो की शुरुआत हुई थी और पूरे देश में कंपनी ने तहलका मचा दिया था. उसके बाद साल 2020 में कंपनी की हिस्सेदारी गूगल, फेसबुक और दुनिया की बाकी बड़ी कंपनियों को बेची गई थी. उस समय देश की 13 बड़ी कंपनियों को रिलायंस जियो ने अपनी हिस्सेदारी बेची थी. ये हिस्सेदारी 57 से 64 अरब डॉलर में बेची गई थी. लिस्टिंग के दौरान कंपनी की वैल्यूएशन 100 अरब डॉलर यानी 8.32 लाख करोड़ रुपए का अनुमान लगाया जा रहा है. अगर ऐसा होता है तो जियो देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएगी. मौजूदा समय में में एयरटेल की वैल्यूएशन 7,78,987.86 करोड़ रुपए है. वहीं दूसरी ओर वोडाफोन आइडिया की वैल्यूएशन 96,866.40 करोड़ रुपए है.
किस कंपनी की कितनी है हिस्सेदारी
रिलायंस जियो में दुनिया की मशहूर कंपनियों और प्राइवेट इक्विटी फर्मों की हिस्सेदारी है. ऐसे में आईपीओ आने के बाद ऐसी कंपनियों को बाहर निकलने का मौका मिल सकता है. मतलब साफ है कि आईपीओ में ओएफएस की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा हो सकती है. साल 2020 में रिलायंस जियो की एक तिहाई हिस्सेदारी को बेचा गया था. ये हिस्सेदारी 13 विदेशी कंपनियों की ओर से खरीदी गई थी. मेटा यानी फेसबुक ने 9.9 फीसदी की हिस्सेदारी जियो में ली थी. वहीं गूगल ने 7.73 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी.